इश्क “Eco-friendly” है – Team Indian Environmentalism

इश्क करना इको फ्रेंडली है आप सोच सकते हैं कि इश्क तो कविता कहानी शायरी या रूमानियत का विषय है। लेकिन प्रेम पर्यावरण से जुड़ा हुआ विषय भी है।

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शहरों में जलजमाव की समस्या एवं समाधान – अतुल पांडेय

जल जीवन का पर्याय है। बात सिंधु घाटी सभ्यता से शुरू करते हैं। जो कि इस दुनिया की सबसे प्रारंभिक सभ्यताओं में से एक थी। सिंधु घाटी सभ्यता में किसी भी भवन निर्माण से पहले जल निकासी या वाटर ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण पहले किया जाता था। किसी भी नए घर के बनने से पहले…

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गांव की ओर लौटो-4 – अतुल पांडेय

गांव से शहरों की तरफ पलायन का एक प्रमुख कारण गांव में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी होना है। श्रृंखला के इस लेख में हम यह समझेंगे कि स्वास्थ सुविधाओं की वर्तमान दशा क्या है। साथ ही हम यह भी समझने का प्रयास करेंगे कि भविष्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए क्या किया जा सकता है।

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गांव की ओर लौटो- 3 -अतुल पांडेय

शहरीकरण पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं को बढ़ाता है। गांव से शहरों की ओर होने वाले पलायन का एक मुख्य कारण है “रोजगार की तलाश”। खेती की दुर्दशा और बेतहाशा जनसंख्या वृद्धि ने इस पलायन को और ज्यादा तीव्र कर दिया है।

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“इको फ्रेंडली कॉलेज” – सौभाग्य पांडेय

भारत युवाओं का देश है। बड़ी संख्या में युवा कॉलेजों में पढ़ते हैं। अगर हम अपने कॉलेजों को इको फ्रेंडली बनाते है, तो न सिर्फ इसका असर एक बड़े पैमाने पर पर्यावरण पर होगा बल्कि देश के युवा वर्ग में एक बड़ी जागृति भी आएगी।

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पर्यावरण और मानव व्यवहार – आशीष कुमार

            पिछले कुछ सालों से हम ‘पर्यावरण’ शब्द का प्रयोग निरंतर टेलीविजन, अखबारों और सोशल मीडिया में होता देख रहे हैं। परंतु पर्यावरण और मानव का संबंध जीवन की उत्पत्ति (लगभग 4000 वर्ष पूर्व) के साथ जुड़ा हुआ है और निरंतर बदलाव के साथ आज तक चला आ रहा है। जिससे समय-समय पर मानव व्यवहार…

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गांव में साफ पानी की समस्या और उनका समाधान ~ मधुसूदन यादव

एक बार महात्मा बुद्ध अपने कुछ शिष्यों के साथ एक गांव में भ्रमण कर रहे थे। बुद्ध जी को काफी प्यास लगी थी।

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रासायनिक उर्वरकों का दुष्प्रभाव – Saubhagya Pandey

वर्तमान भारत के आंकड़े ये बता रहे है कि भारत मे ग़रीबी और भुखमरी पहले के मुकाबले न्यून हो रहीं है,लेकिन देश की आज़ादी के पहले और आज़ादी की लड़ाई के दैरान यह एक गम्भीर समस्या थी।

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